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अनमोल बाते 2

  • स्वयं पर विश्वास वह पूंजी है जिससे आदमी बड़ा सा बड़ा लक्ष्य हासिल कर सकता है।अपने बुरे समय मे स्वयं पर यकीन रखकर कोई भी व्यक्ति अपने बुरे समय से गुजर सकता है। और सत्य के मार्ग में चलकर लोगों को बिना हानि पहुंचाए जीवन मे आ रही विपत्तियों को दूर कर सकता है। 
  • कभी कभी हमारा जीवन ऐसे उलझ जाता हैं और हमे जीवन मे बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हम जो अपने जीवन मे करना चाहते हैं , वो हमसे दूर जाता दिखता हैं। तब ऐसी  परिस्थितियों मे सबसे पहले हमारे अंदर बुराई के रास्ते जन्म लेने लगते हैं और हमे अच्छाई और  सच्चाई के मार्ग से भटकाने लगते हैं क्योकि काफि प्रयास के बाद भी हमे बस असफलता ही हाथ लगती हैं, हमारे मन मे बहुत से ख्याल आने लगते हैं की उन सब चीजो को छोड़ कर, गलत राह मे जाने के लिए विवश करती हैं।
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  • ईश्वर भी हमारी इन्ही परिस्थितियों में हमारी परीक्षा लेता है, की हम इस  परिस्थिति से कैसे सामना करते हैं। बार बार हमारे सामने गलत रास्तों के प्रलोभन आते रहते हैं। और यही वह समय होता है, जब हम  स्वयं को  मजबूत रख सके। हमेशा नयी ऊर्जा और आशा के साथ फिर से खड़े उठ सके, क्योकि हमारे बार- बार प्रयास के बाद जब हमारा अच्छा समय आता है और जब हम सफल हो जाते हैं, तब उस पुराने गुजरे हुए पल को सोचकर ही अंदर से जो आनंद की प्राप्ति होती हैं, वह हमारे मन को बहुत सुखद अनुभव देती हैं की कैसे विसम् परिस्थितियों के बाद भी आप ने अपनी सच्चाई का दामन और स्वयं पर विश्वास रखा और सफलता  हासिल की। 
  • जो इंसान सच्चाई और अच्छाई के रस्तो मे चलकर  उभरता हैं । ईश्वर भी उसका साथ सदैव देता है । सबसे  सुखमय जीवन वो होता है दोस्तो जब हम अपने दिल मे हाथ रखकर ये सोचते हैं की मेरा अब तक का जीवन का सफर कैसा रहा क्या मैंने किसी गलत काम को अपने जीवन मे अपनाया मैंने किसी को अपने स्वार्थ के लिए  नुकसान पहुंचाया।  यदि इन सब बातों का जवाब ना मे आये तो जो हमारे दिल में सफलता के प्रति आत्म संतुष्टि होती है , वो बहुत ही सुखमय पूर्ण होती हैं। और जब आप किसी के साथ बुरा नही करते तो  ईश्वर भी आप के साथ कभी बुरा नही होने देता, जब आप किसी के साथ अच्छा व्यवहार करते हैं ,मदद करते हैं मानवता के धर्म और अपने कर्म को ईमानदारी से निभाते हैं, तो जब कभी आपके जीवन में ऐसी परिस्थिति आ जाए जब आप किसी संकट मे हो तो  आपकी  यही मानवता आप के लिए कही ना कही किसी भी रूप मे आकर आप की मदद जरूर करती हैं। 
  • बस जरूरत हैं हमे स्वयं पर विश्वास बनाए रखने की, लक्ष्य के प्रति कड़ी मेहनत की, धैर्य को धारण करने की और आत्मविश्ववास की।
  •  क्योकि जीवन मे चाहे आप कितनी भी उपलब्धि क्यो ना हासिल करलो, मगर आप में इंसानियत नहीं तो कुछ नही। 

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