आइए दोस्तों आज हम जानते हैं कि जलमंडल क्या होता है। जल मंडल के अंतर्गत महासागरीय जल, समुद्र, खाड़ी, Bay आदि आते हैं और इनको जल मण्डल के अंतर्गत किस रूप में परिभाषित किया गया है तो आइए समझते हैं। सबसे पहले जलमंडल किसे कहते हैं। जलमंडल को सही तरीके से समझने के बाद ही हम उसके बाकी पहलू जैसे समुद्र, खाड़ी, Bay और भी जलमंडल गर्त के बारे में समझना आसान हो जाएगा।
जलमंडल(HYdrosphere):- का विस्तार संपूर्ण पृथ्वी का 3 बटा 4 भाग है जो लगभग 71 परसेंट है। पृथ्वी पर उपस्थित जल की कुल मात्रा का जल महासागरों में है जो खारा है जल राशि का मात्र 2.5% भाग ही स्वच्छ जल या मीठा जल है।
महासागरीय जल के दो महत्वपूर्ण गुण हैं- तापमान एवं लवणता।
जलमंडल का वह बड़ा भाग जिसकी कोई निश्चित सीमा ना हो महासागर (ocean) कहलाता है। सबसे बड़ा महासागर प्रशांत महासागर है।
समुद्र :-
जलमंडल का बड़ा भाग जो तीन तरफ से घिरा हुआ है और एक तरफ महासागर से मिला हुआ हैं समुद्र कहलाता है ।
खाड़ी(Gulf) :-समुद्र का स्थलीय भाग में प्रवेश कर जाने पर जो जल का क्षेत्र बनता है उसे खाडी कहते हैं।
Bay- इसका दो किनारा स्थल से घिरा होता है। एक तरफ टापूओ का समूह होता है और दूसरी तरफ का मुहाना समुद्र से मिला होता है। सामान्यतः महासागरीय जल का तापमान करीब 5 डिग्री सेंटीग्रेड से 33 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहता है ।
आकार में अंतर के कारण अटलांटिक महासागर में वार्षिक तापांतर प्रशांत महासागर की अपेक्षा अधिक होता है।
उत्तरी गोलार्ध में दक्षिणी गोलार्ध की तुलना तापांतर अधिक होता है।
लवणता को प्रति हजार में व्यक्त करते हैं समुद्री जल की औसत लवणता लगभग 35 प्रति हजार होती है।
समान खारेपन वाले स्थानों को मिलाकर खींची गई रेखा को समलवण (isohaline) रेखा कहते हैं।
20 डिग्री से 40 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 10 डिग्री से 30 डिग्री दक्षिण अक्षांशों के मध्य सबसे अधिक लवणता पाई जाती हैं।
तुर्की की वान झील की लवणता सबसे अधिक 330 परसेंट है
गाई आट् सपाट शीर्ष से वाले समुद्री पर्वतों को गाई आट् कहते हैं।
प्रशांत महासागर में गुआम दीप के समीप स्थित मेरियाना गर्त सबसे गहरा गर्त है। इसकी गहराई लगभग 11 किलोमीटर 11033 मीटर है इसे Challenger गर्त भी कहते हैं
कुछ महत्वपूर्ण अर्थ इस प्रकार है मेरियाना, टोंगा मिडनाओ, प्रशांत महासागर में स्थित गत हैं। जिसमें मेरियाना गर्त सबसे बड़ा गर्त है, पश्चिम दीप समूह के अटलांटिक महासागर में स्थित गर्त पियोरिटो रिको दक्षिण अटलांटिक महासागर में रोमेश तथा जावा दीप पूर्वी हिंद महासागर मे स्थित सुंडा गर्त है जिसमें मेरियाना जो प्रशांत महासागर में स्थित है 11033 सबसे बड़ी गहराई (मीटर) में है।
सोल:- जलमग्न उत्थान का वह भाग जहां जल की गहराई छिछली होती है सोल कहलाता है यह प्रवाल से बना नहीं होता है।
ग्रेट बैरियर रीफ:- यह ऑस्ट्रेलिया के क्वींस लैंड के समीप विश्व की सबसे बड़ी प्रवाल भित्ति है यह प्रशांत महासागर में है।
प्रशांत महासागर:- यह अपने संलग्न समुद्रों के साथ धरातल का एक तिहाई भाग ढकता है । इसका क्षेत्रफल 16,57,23,740 वर्ग किलोमीटर है ।इसकी आकृति त्रिभुजाकार एवं क्षेत्रफल संपूर्ण स्थल के क्षेत्रफल से अधिक है इसके शीर्ष bearing जल डमरु का तथा आधार अंटार्कटिका महाद्वीप पर है भूमध्य रेखा पर इसकी लंबाई 16000 किलोमीटर से भी अधिक है इसके पश्चिम में एशिया तथा ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप पूर्व में उतरी एवं दक्षिण में अमेरिका तथा दक्षिण में अंटार्कटिका महाद्वीप है प्रवाल भित्ति या प्रशांत महासागर के प्रमुख विशेषताएं इस विशाल महासागर में कुल मिलाकर 2000 से भी अधिक दीप है प्रशांत महासागर का अधिकांश तटवर्ती सागर पश्चिमी भाग है इसमें बेरिंग सागर आखोंटसक सागर जापान सागर पीत सागर एवं पूर्वी चीन सागर आदि महत्त्व पूर्ण है पूर्व की ओर केवल कैलिफ़ोर्निया की खाड़ी ही प्रसिद्ध है इसके बेसन की औसत गहराई 7300 मीटर है।
प्रशांत महासागर की गर्म जल धाराएं:- उत्तरी विषुवत रेखीय जलधारा, अलास्का की जलधारा, उत्तरी प्रशांत जल प्रवाह ,एलनीनो जलधारा, सुसीमा की जलधारा, दक्षिण विषुवत रेखीय जलधारा ,पूर्वी ऑस्ट्रेलिया की जलधारा , विपरित विषुवत रेखीय जलधारा हैं।
प्रशांत महासागर की ठंडी जलधारा:- क्यूराईल विषुवतीय रेखीय जलधारा, कैलिफ़ोर्निया की जलधारा, हंबोल्ट या पेरूवियन की जलधारा अंटार्कटिका की जलधारा।
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