हेलो दोस्तों नमस्कार आज हम सोने के गहने या आभूषण और उनकी कीमत शुध्दता के विषय मे कुछ जानकारी समझते हैं।
घर में बड़े कार्यक्रम से लेकर अन्य त्यौहारों धनतेरस, दिवाली तक और अन्य उत्सव विवाह कार्यक्रम संबंध में सोने से बने आभूषण आदि खरीदे जाते हैं और व्यापारीयो के लिए निवेश करने, तथा निम्न और मध्यम वर्गीय लोगों हेतु कठिन समय परिस्थितियों के लिए सोना (गोल्ड) से बने गहने को संचय किया जाता है। जोकि जीवन के कठिन परिस्थितियों में सोने को बेचकर या गिरवी रखकर रुपयों का एक अच्छा मददगार स्त्रोत बन जाता है जिससे हमें परिस्थितियों से निपटने का एक उत्तम सहारा मिल जाता है तो आइए कुछ बातें और जानकारी जो सोने के आभूषण को खरीदते समय ध्यान रखना चाहिए। सोने की शुद्धता, हॉलमार्क क्या होता है और सोने का मूल्य कैसे निकालते हैं इसके बारे में समझते हैं इन जानकारियों के चलते आप को आभूषण को खरीदते समय मदद मिलेगी और कुछ ज्वेलर्स के द्वारा होने वाली ठगी का शिकार होने से भी बच सकते हैं और आशा करता हूं कि यह जानकारी आपके काम आएगी
सबसे पहले यह बात है कि असली सोना का शुद्धतम रूप 24 कैरेट (99.9% )का होता है लेकिन इसके आभूषण नहीं बनाए जाते हैं। क्योंकि यह सोना अत्यंत मुलायम होता है आभूषण बनाने के लिए आमतौर पर ज्यादातर 22 कैरेट सोना का ही प्रयोग किया जाता है जिसमें शुद्ध सोना की मात्रा 91.6 पाई जाती है ज्यादातर बाजार में 22 कैरेट, 18 कैरेट और अन्य कैरेट सोना आसानी से मिल जाता है और हो सकता की भाव मे हर राज्यों और जिलों में आपको अंतर हो सकता है ।
सोने के दाम ज्यादातर दो बातों पर निर्भर होते हैं-
1. सोने की शुद्धता का भाग याने उसके कैरेट पर (जैसे 22 कैरेट, 18 कैरेट) आदि। 2.आभूषण बनाने के लिए मिलाई या प्रयोग की जाने वाली धातु पर।
केरेट शुद्धता के मापन का एक फेक्टर होता है।
सबसे पहले यह बात है कि असली सोना का शुद्धतम रूप 24 कैरेट (99.9% )का होता है लेकिन इसके आभूषण नहीं बनाए जाते हैं। क्योंकि यह सोना अत्यंत मुलायम होता है आभूषण बनाने के लिए आमतौर पर ज्यादातर 22 कैरेट सोना का ही प्रयोग किया जाता है जिसमें शुद्ध सोना की मात्रा 91.6 पाई जाती है ज्यादातर बाजार में 22 कैरेट, 18 कैरेट और अन्य कैरेट सोना आसानी से मिल जाता है और हो सकता की भाव मे हर राज्यों और जिलों में आपको अंतर हो सकता है ।
सोने के दाम ज्यादातर दो बातों पर निर्भर होते हैं-
1. सोने की शुद्धता का भाग याने उसके कैरेट पर (जैसे 22 कैरेट, 18 कैरेट) आदि। 2.आभूषण बनाने के लिए मिलाई या प्रयोग की जाने वाली धातु पर।
केरेट शुद्धता के मापन का एक फेक्टर होता है।
सोने मे हॉलमार्क क्या होता है?
सोने के आभूषण को प्रमाणित करने के लिए हॉलमार्किंग की जाती है इसमें सोने की शुद्धता का निर्धारण भारत की राष्ट्रीय मानक निकाय (बीआईएस)अधिनियम के तहत संचालन और विनिमय का कार्य करती है सोने के साथ चांदी के आभूषण मे भी हॉलमार्किंग आवश्यक होती है। गहने या आभूषण खरीदते समय इसे जरूर गौर करना चाहिए इससे सोने की शुद्धता को लेकर संदेह खतम हो जाता है। सभी कैरेट का हॉलमार्क अलग होता है जैसे 22 कैरेट का 916 हॉलमार्क चिन्ह अंकित होता है उसी प्रकार 21 कैरेट का 875 और 18 कैरेट पर 750 अंकित होता है।
वैसे तो सर्राफा बाजार में गोल्ड खरीदते समय भाव पूछने पर ज्यादातर 10 ग्राम याने 1तोला का भाव बताता है तो हम 1ग्राम की कीमत का अंदाजा लगा लेते है।
मानलीजिए 10 ग्राम 24 केरेट सोने का भाव 50,000 रुपयेे हैं तो 1 ग्राम सोने का मूल्य 5000 रुपये होंगी।
50,000/10=5000
वैसे तो सर्राफा बाजार में गोल्ड खरीदते समय भाव पूछने पर ज्यादातर 10 ग्राम याने 1तोला का भाव बताता है तो हम 1ग्राम की कीमत का अंदाजा लगा लेते है।
मानलीजिए 10 ग्राम 24 केरेट सोने का भाव 50,000 रुपयेे हैं तो 1 ग्राम सोने का मूल्य 5000 रुपये होंगी।
50,000/10=5000
1 तोले मे कितने ग्राम होते है?
तोला भारत का एक पारंपरिक वजन का एक माप है यदि तुलनात्मक रूप से देखा जाए तो एक तोला 11.66 ग्राम के बराबर होता है पुराने जमाने से सोने के तोल की इकाई तोला लोगो की जुबान मे चढ़ी हुई है परंतु वाजार मे मोल भाव को सरल बनाने के लिए 1 तोला को 10 ग्राम माना जाता है। हालांकि सर्राफा बाजार मे कारोबारी आभूषणों और गहनों का वजन ग्राम और मिलीग्राम में ही मापते हैं। और सोने मे एक-एक ग्राम का मूल्य क्या होता है आप समझ सकते हैं।
सोने की शुध्दता कैसे निकालते है?
1 कैरेट गोल्ड का मतलब 1/24 % गोल्ड होता है। (24 कैरेट याने 99.9 सोने का शुध्दतम रूप)
उसी प्रकार 22 कैरेट गोल्ड के लिए
22 को 24 से भाग देकर 100 से गुणा करके आसानी से निकाल सकते हैं-
22/24×100=91.66%
इसी तरह 21,18, कैरेट के लिए
21/24×100=87.5%
18/24×100=75%
इसी तरह अन्य कैरट के हिसाब से आप अपने सोने के आभूषण मे प्रयोग होने वाले सोने की शुध्दता निकाल सकते है।
मानलीजिए की आपको ज्ञात है कि 24 कैरेट सोने का भाव ₹50000 (प्रति 10g) है और बाजार में आप इसे खरीदने जाते हैं तो आप 22 कैरेट गोल्ड के आभूषण खरीदते हैं तब 22 कैरेट का रेट-
(50000÷24)×22= 45,833 रुपए होगा। इसी प्रकार यदि 18 कैरेट सोने के आभूषण (50000÷24)×18=37,500 आप जिस कैरेट का सोना ले रहे हैं। इस तरह आप अन्य कैरेट की शुद्धता निकाल सकते हैं। हो सकता है जानकारी के अभाव में ज्वेलर्स आपको 22 कैरेट या 18 कैरेट का सोना 24 कैरेट वाले रेट में देदे।
उसी प्रकार 22 कैरेट गोल्ड के लिए
22 को 24 से भाग देकर 100 से गुणा करके आसानी से निकाल सकते हैं-
22/24×100=91.66%
इसी तरह 21,18, कैरेट के लिए
21/24×100=87.5%
18/24×100=75%
इसी तरह अन्य कैरट के हिसाब से आप अपने सोने के आभूषण मे प्रयोग होने वाले सोने की शुध्दता निकाल सकते है।
मानलीजिए की आपको ज्ञात है कि 24 कैरेट सोने का भाव ₹50000 (प्रति 10g) है और बाजार में आप इसे खरीदने जाते हैं तो आप 22 कैरेट गोल्ड के आभूषण खरीदते हैं तब 22 कैरेट का रेट-
(50000÷24)×22= 45,833 रुपए होगा। इसी प्रकार यदि 18 कैरेट सोने के आभूषण (50000÷24)×18=37,500 आप जिस कैरेट का सोना ले रहे हैं। इस तरह आप अन्य कैरेट की शुद्धता निकाल सकते हैं। हो सकता है जानकारी के अभाव में ज्वेलर्स आपको 22 कैरेट या 18 कैरेट का सोना 24 कैरेट वाले रेट में देदे।
सोने का अतिम मूल्य कैसे निकाला जाता है
इसे एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं मानलीजिए कि 10 ग्राम 22 कैरेट सोने का भाव ₹51000 लगाता है और आपने एक गोल्ड रिंग खरीदी जिसका वजन 3.900 ग्राम है तो इसका अंतिम रेट ऐसे calculation करे।
1 ग्राम गोल्ड का मूल्य
51000 प्रति 10 ग्राम का तो
=51000/10
=₹5100/ग्राम
3.900 ग्राम गोल्ड रिंग का मूल्य
=5100×3.900
=₹19,890
मेकिंग चार्ज (मानलीजिए 10% है)
=19,890 का 10%
=₹1989
अभी तक का कुल मूल्य
=19890+1989
=₹21879
कुल मूल्य में 3% जीएसटी
=21879×3%
=₹656.37
अंतिम मूल्य (Final price)=
21879+656.37
=₹22535
फॉर्मूला:-
आभूषण का अंतिम मूल्य=सोने का मूल्य×भार (ग्राम मे)+मेकिंग चार्ज+(सोने के मूल्य+मेकिंग चार्ज)पर 3% GST
मेकिंगचार्ज आभूषण की डिजाइन कटिग फिनिशिन्ग मे निर्भर करती हैं।
सोने एवं चांदी के आभूषण खरीदने के बाद पक्का बिल जरूर ले ताकि आभूषण की शुद्धता और रेट आदि की जानकारी होती हैं क्योंकि भविष्य में सोना या चांदी के आभूषणों को बेचते समय आपको उचित दाम मिल सकें।
मेकिंगचार्ज आभूषण की डिजाइन कटिग फिनिशिन्ग मे निर्भर करती हैं।
सोने एवं चांदी के आभूषण खरीदने के बाद पक्का बिल जरूर ले ताकि आभूषण की शुद्धता और रेट आदि की जानकारी होती हैं क्योंकि भविष्य में सोना या चांदी के आभूषणों को बेचते समय आपको उचित दाम मिल सकें।
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