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राष्ट्रीय पुरस्कार भारत रत्न (National Award Bharat Ratna)

 भारत देश के ऐसे नागरिक जो किसी भी असाधारण राष्ट्रीय सेवा, क्षेत्र मे देश के लिए अपनी प्रतिभा कला-कौशल का जौहर और योगता रखते है और अपना देश के प्रति योगदान देते हैं. वह देश के प्रति बहुमूल्य रत्न की भाति होता है. ऐसे ही कुछ भारत रत्न से सम्मानित नागरिकों और भारत रत्न क्या होता है? किसे मिलता है. भारत रत्न से सम्मानित को क्या सुविधाएं, सेवाए मिलती है. आदि विषयो के बारे मे जानते हैं.



भारत रत्न सम्मान क्या है? 

भारत रत्न भारत का सर्वोच्च सम्मान है. यह सम्मान कला साहित्य तथा विज्ञान या बड़े पैमाने पर जनसेवा (समाजसेवा), खेल, उद्योग के क्षेत्र तथा असाधारण राष्ट्रीय सेवा, उच्चतम स्तर की सेवा के लिए प्रदान किए जाने वाला, उत्कृष्ट कार्य करने के लिए देश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पुरस्कार  सम्मान होता है. यह भारत के नागरिकों को अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने और देश का गौरव बढ़ाने वाले नागरिकों को सम्मान स्वरूप दिया जाने वाला सम्मान होता है. भारत रत्न सम्मान सूचक है कोई भी व्यक्ति इसे अपने नाम के साथ पदवी के तौर पर इस्तेमाल नहीं कर सकता है. यह एक योग्यता आधारित पुरस्कार होता है यह मरणोपरांत भी दिया जाने वाला सम्मान है. पहले इस सम्मान को मरणोपरांत देने का प्रावधान नहीं था लेकिन वर्ष 1955 के बाद यह प्रावधान जोड़ा गया.

भारत रत्न की स्थापना कब और किसने की? 
भारत रत्न कितने व्यक्तियों को दिया जा सकता है?  
भारत रत्न पुरस्कार कितने साल या वर्षों में दिया जाता है? 

 इस सम्मान की स्थापना सर्वप्रथम 2 जनवरी 1954 को भारत के प्रथम और तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई थी. यह 26 जनवरी को भारत के राष्ट्रपति के द्वारा दिया जाता है. इसके मेडल पर सूर्य का चित्र अंकित रहता है  

यह सम्मान प्रतिवर्ष मुख्यतः तीन व्यक्तियों को ही दिया जा सकता है परंतु यह अनिवार्य नहीं है कि भारत रत्न प्रतिवर्ष दिया जाए अब तक 48 शख्सियतों को भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है यह सम्मान केवल भारत के नागरिकों को ही दिया जाए इसमें कोई लिखित प्रावधान नहीं मिलता है.

पहले यह कला, साहित्य, विज्ञान एवं समाज सेवा क्षेत्रों में योगदान देने पर दिया जाता था परंतु 2011 में संशोधन किया गया कि भारत रत्न पाने हेतु कोई क्षेत्र निर्धारित नहीं है. किसी भी क्षेत्र या अपने-अपने क्षेत्रों मे विशिष्ठ योगता रखने वाले, उत्कृष्टता प्राप्त करने और देश का गौरव बढ़ाने वाले नागरिकों को सम्मान स्वरूप दिया जाने वाला सम्मान होता है.

जनता पार्टी द्वारा इस पुरस्कार को 1977 में बंद कर दिया गया था किंतु 1980 में कांग्रेस सरकार ने इसे पुनः प्रारंभ किया. 1980 में दोबारा शुरू होने पर सर्वप्रथम मदर टेरेसा ने इस सम्मान को प्राप्त किया. मरणोपरांत सर्वप्रथम लाल बहादुर शास्त्री को भारत रत्न से सम्मानित किया गया. श्री सत्यपाल आनंद ने राजीवगांधी को मरणोपरांत भारत रत्न देने की प्रक्रिया को मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी.

 भारत रत्न पाने वालों को विशेष सुविधाएं और सेवाएं:- 

भारत रत्न प्राप्त व्यक्तियों को कई प्रकार की विशेष सुविधाएं दी जाती हैं. इनमे कुछ इस प्रकार हैं-

भारतरत्न सम्मानित या प्राप्तकर्ता को किसी भी प्रकार की धनराशि नहीं दी जाती. बल्कि विशेष सुविधाएं प्रदान की जाती है. प्रधानमंत्री की वेतन के बराबर या 50% पेंशन. भारत रत्न प्राप्त व्यक्तियों को अन्य राज्य भ्रमण में राज्य अतिथि के रूप में स्वागत किया जाता है इसके साथ ही परिवहन, बोर्डिंग एवं विश्राम और सुरक्षा की पूर्ण व्यवस्था की जाती है एवं उनके परिवार के सदस्यों पति/पत्नी एवं बच्चों को भी सुविधाएं दी जाती है. 

 भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को जीवनभर आय कर नही लगता है.

 संसद की बैठको एवं सत्रों में भाग लेने कि अनुमति हैं. Cabinet rank के साथ बराबरी की वरीयता प्राप्त होती है.

गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में विशेष अतिथि. बीबीआईपी (VVIP) के बराबर का दर्ज़ा दिया जाता हैं.

 भारत में कहीं भी प्रथम श्रेणी की मुफ्त उड़ान यात्रा. निशुल्क प्रथम श्रेणी की रेल यात्रा. आवश्यक होने पर जेड श्रेणी की सुरक्षा के लिए योग्य.

भारत रत्न विजेता एक डिप्लोमेटिक पासपोर्ट के हकदार होते हैं जिसमें उन्हें विदेश यात्रा के दौरान विदेशी भारतीय दूतावास द्वारा उनकी यात्राओं की उचित व्यवस्था प्रदान करते हैं.

 पुरस्कार की रूपरेखा:-

 इस पदक की लंबाई 5.8 सेंटीमीटर,  4.7 सेंटीमीटर चौड़ा और 3.1 एमएम मोटाई होने के साथ सफेद फिते (रिवीन्) के साथ सम्मानित व्यक्ति को पहनाया जाता है. 
पुरस्कार की आकृति पीपल की पत्ती के समान होती है जो कांस्य से निर्मित होता है जिसमें सूर्य की आकृति अंकित होती है एवं इसके नीचे भारत रत्न खुदरे अक्षर से देवनागरी लिपि में अंकित होता है. इसके पृष्ठ भाग में राष्ट्रीय प्रतीक सत्यमेव जयते अंकित होता है राष्ट्रीय प्रतीक, सूर्य, पदक यह प्लेटिनम से बने होते हैं.

1954 में पहली बार भारत रत्न से सम्मानित किये गये नागरिक- चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (अंतिम गवर्नर जनरल एवं स्वतंत्र सेनानी), सी वी रमन (भौतिक शास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता), एस. राधाकृष्णन (देश के द्वितीय राष्ट्रपति) को प्रदान किया गया.

मरणोपरांत भारत रत्न पाने वाले सबसे पहले व्यक्ति, देश के तृतीय प्रधानमंत्री, स्वतंत्रता सेनानी लाल बहादुर शास्त्री थे. जिन्हें 1966 मे यह सम्मान मरणोपरांत दिया गया. सन 1965 मे भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय  वह भारत के प्रधानमंत्री थे.

 सन 1992 मे नेताजी सुभाष चंद्र बोस को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया. किंतु उनकी मृत्यु विवादित होने के कारण यह सम्मान वापस ले लिया गया.

 सचिन तेंदुलकर (2014) खेल जगत मे पहले भारतीय खिलाड़ी जिन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया.

भारत रत्न से सम्मानित होने वाले प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू (1955) थे.

भारत रत्न से सम्मानित महिलाएं:-

 इंदिरा गांधी:-

 भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरागांधी भारतरत्न प्राप्त करने वाली पहली महिला थी. जिन्हें भारत में सन 1971 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. यह पुरस्कार उन्हें समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हेतु दिया गया. सन 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में बांग्लादेश को मुक्त कराने में बहुत बड़ा योगदान था. 1966 से 1980 तक देश की महिला प्रधानमंत्री रही.

 मदर टेरेसा:-

 सन 1980 में मदर टेरेसा को भारत रत्न से नवाजा गया. यह सम्मान उन्हें समाज सेवा के क्षेत्र में सराहनीय उल्लेखनीय कार्य हेतू दिया गया. इसके अलावा उन्हें सन 1979 में नोबेल शांति  और अन्य पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है.

अरुणा आसिफ अली:-

 भारत रत्न से सम्मानित होने वाली महिला में अरुणा आसफ अली ने 1997 में समाज सेवा के क्षेत्र में इस सम्मान को प्राप्त किया. सन 1942 भारत छोड़ो आंदोलन में इनकी मुख्य भूमिका थी. 1958 में दिल्ली की पहली मेयर बनी और दिल्ली के विकास, स्वास्थ्य, स्वच्छता पर बहुत सराहनीय भूमिका निभाई.

एस एस सुब्बुलक्ष्मी :-

1998 में भारत रत्न से सम्मानित कर्नाटक की शास्त्रीय गायिका सुब्बूलक्ष्मी को सम्मानित किया गया. कला के क्षेत्र में जौहर दिखाने वाली यह पहली महिला थी. इसके अलावा उन्हें 1974 में मैग्सेसे पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया. संयुक्त राष्ट्र सभा में संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली यह प्रथम भारतीय भी थी.

 लता मंगेशकर :-

स्वर कोकिला लता मंगेशकर को 2001 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया. इसके अलावा उन्हें 1989 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार तथा अन्य कई भाषाओं में अपने गायन का जोहर दिखाया.

मरणोपरांत पदक प्राप्त करने वाले व्यक्ति:-

 डॉक्टर लालबहादुर शास्त्री 1966 (प्रथम व्यक्ति)

 K कामराज 1976 

आचार्य विनोबा भावे 1983

 मरुदुर गोपाला रामचंदनम 1988

भीमराव अंबेडकर 1990

राजीवगांधी 1991

सरदार वल्लभ भाई पटेल 1991

मौलाना अबुल कलाम आजाद 1992

 रतनजी दादा भाई टाटा (जेआरडी) टाटा 1992

अरुणा आसिफ अली 1997

जयप्रकाश नारायण 1998

 गोपीनाथ बारदोलाई 1999

 नानाजी देशमुख 2019

नानाजी देशमुख:- यह मुख्य रूप से समाजसेवी होने के साथ 1980 में सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया. 1999 में राज्यसभा का सदस्य निर्वाचित किया गया. 2019 को मरणोपरांत  भारत रत्न से सम्मानित किया गया. भारतरत्न के अलावा पद्म विभूषण पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है. फरवरी 2010 में इनका निधन हो गया.

भूपेन हजारिका  2019

 भूपेन हजारिका:-

 यह गायक, संगीतकार के साथ एक श्रेष्ठ कवि, लेखक, फिल्म निर्माता तथा असमी मूलभाषा के अच्छे जानकार थे. पारंपरिक असमी भाषा को लोकप्रिय बनाने में इनका बहुत बड़ा योगदान रहा. इसके अलावा उन्होंने हिंदी, बंगला और अन्य भाषाओं में गाने गाए. इन्हें दादा साहब फाल्के, पद्म विभूषण जैसे पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. इनका निधन नवंबर 2011 को हुआ और मरणोपरांत 2019 मे भारत रत्न से सम्मानित किया गया.

भारत रत्न प्राप्त (गैर भारतीय) विदेशी नागरिक:-

यह पुरस्कार विदेशी को भी दिया गया है ऐसा कोई लिखित प्रावधान नहीं है कि यह केवल भारतीय नागरिक को ही दिया जाएगा 2 गैर भारतीय हैं. 

खान अब्दुल गफ्फार खान (1981)
 नेल्सन मंडेला (1990) 

अब्दुल गफ्फार खान :-

अब्दुल गफ्फार खान का जन्म 1890 में पेशावर वर्तमान में पाकिस्तान में हुआ एवं इनका निधन जनवरी 1988 में हुआ.

यह एक महान राजनेता थे. भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक विशेष योगदान रहा. भारत की स्वतंत्रता हेतु 'स्वतंत्रत पख्तूनिस्तान' आंदोलन के प्रणेता थे. यह राजनीतिक और आध्यात्मिक नेता थे. महात्मा गांधी की तरह उन्हे अहिंसात्मक आंदोलन के लिए जाना जाता है इसलिए इन्हे "सीमांत गांधी" और अन्य नाम बादशाह खान भी कहा जाता है. यह भारत रत्न प्राप्त करने वाले प्रथम विदेशी रहे.1981 मे इन्हे भारतरत्न से नवाजा गया.

नेल्सन मंडेला:-

 नोबेल शांति पुरस्कार (1993), भारत रत्न (1990), गांधीशांति पुरस्कार (2001) के साथ अन्य पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है. यह दक्षिण अफ्रीका के प्रथम अश्वेत भूतपूर्व राष्ट्रपति थे. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में सदियों से चले रहे रंगभेद का विरोध करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इनका जन्म जुलाई 1918 (दक्षिणअफ्रीका) तथा मृत्यु 5 दिसंबर  2013 (जोहांसबर्ग दक्षिणअफ्रीका) में हुई. 1990 मे  इन्हें भारतरत्न से सम्मानित किया गया.

अब तक भारत रत्न से सम्मानित नागरिक:-

1954 Dr सर्वपल्ली राधाकृष्णन (देश के द्वितीय राष्ट्रपति) 

1954 चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, अंतिम गवर्नर जनरल) 

1954 चंद्रशेखर वेंकटरमन (नोबेल पुरस्कार विजेता "1930" भौतिक शास्त्री) 

 1955 भगवान दास स्वतंत्रता सेनानी लेखक

1955 मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया (civil engineer) 

1955 पंडित जवाहरलाल नेहरू (प्रथम प्रधानमंत्री स्वतंत्रता सेनानी) 

1957 गोविंद बल्लभ पंत (स्वतंत्रता सेनानी, उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री) 

1957  धोड़ों केशव कर्वे (शिक्षक, समाज सुधारक)

1958 विधानचंद्र राय (चिकित्सक एवं पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री) 

1961 पुरुषोत्तम दास टंडन (स्वतंत्रता सेनानी एवं शिक्षक)

1961 राजेंद्र प्रसाद (प्रथम राष्ट्रपति स्वतंत्रता सेनानी) 

1963 जाकिर हुसैन (देश के तृतीय राष्ट्रपति) 

1963 पांडुरंग  वामन काणे (भारतविद और संस्कृत विद्वान) 

1966 लाल बहादुर शास्त्री ( देश के तृतीय प्रधानमंत्री, स्वतंत्रता सेनानी) 

 1971 इंदिरा गांधी (देश की चतुर्थ प्रधानमंत्री)

 1975 वराहगिरी वेंकट गिरी (देश के चतुर्थ राष्ट्रपति)

 1976 K. कामराज (स्वतंत्रता सेनानी, चेन्नई के मुख्यमंत्री) 

1980 मदर टेरेसा (नोबेल पुरस्कार विजेता, समाज सेवक) 

1983 विनोबा भावे (स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक)

 1987 खान अब्दुल गफ्फार खान (स्वतंत्रता सेनानी,  भारत रत्न प्राप्त प्रथम अभारतीय) 

1988 मरुदुर गोपाला रामचंद्रम (अभिनेता, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री) 

 1990 भीमराव अंबेडकर (संविधान वास्तुकार राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री मरणोपरांत) 

1990 नेल्सन मंडेला (नोबेल पुरस्कार, रंगभेद विरोधी आंदोलन के नेता) 

1991 राजीव गांधी (देश के सातवें प्रधानमंत्री) 

1991 सरदार बल्लव भाई पटेल (देश के पहले गृहमंत्री स्वतंत्रता सेनानी, मरणोपरांत) 

1991 मोरारजी देसाई (देश के पांचवें प्रधानमंत्री और स्वतंत्रता सैनानी) 

1992 मौलाना अबुल कलाम आजाद (देश के प्रथम शिक्षा मंत्री, स्वतंत्रता सेनानी) 

1992 रतन जी दादाभाई टाटा (उद्योगपति मरणोपरांत)

1992 सत्यजीत रे (फिल्म निर्माता, निर्देशक) 

1997 एपीजे अब्दुल कलाम (देश के 11 वे राष्ट्रपति और वैज्ञानिक) 

1997 गुलजारी लालनंदा (देश के दो बार कार्यवाहक प्रधानमंत्री, स्वतंत्रता सेनानी) मरणोपरांत

 1997 अरुणा आसिफ अली (स्वतंत्रता सेनानी मरणोपरांत) 

1998 एमएस सुब्बालक्ष्मी (शास्त्रीय संगीत, गायिका) 

1998 सी सुब्रमण्यम (स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, राजनीतिज्ञ) 

1998 जयप्रकाश नारायण (स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ) 

1999 पंडित रविशंकर शुक्ल (सितार वादक) 

1999 अमर्त्यसेन (नोबेल पुरस्कार विजेता और अर्थशास्त्री) 

1999 गोपीनाथ बारदोलाई (स्वतंत्रता सेनानी, असम के मुख्यमंत्री मरणोपरांत)

 2001 लता मंगेशकर (गायिका) 

2001 उस्ताद बिस्मिल्लाह खा (शहनाई वादक) 

2008 पंडित भीमसेन जोशी (शास्त्रीय गायक) 

2014 सचिन तेंदुलकर (भारतीय क्रिकेटर) 

2014 सी एन राव (विज्ञानिक, केमिस्ट्री के विशेषज्ञ) 

2015 अटल बिहारी वाजपेयी (पूर्व प्रधानमंत्री, राजनेता) 

2015 पंडित मदन मोहन मालवीय (शिक्षाविद, समास सुधारक) 

2019 प्रणब मुखर्जी (पूर्व राष्ट्रपति), नानाजी देशमुख (समाजसेवी) मरणोपरांत, गायक भूपेन हजारीका (मरणोपरांत) भारत रत्न से सम्मानित नागरिक है.





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